Champions Trophy 2025 में ‘Golden Ball Award’ से चूके शमी-वरुण, इस गेंदबाज को मिला ऑवर्ड

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025: ‘गोल्डन बॉल अवॉर्ड’ की दौड़ और प्रमुख गेंदबाजों की संघर्ष की कहानी

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का फाइनल दुबई में भारत और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया। यह टूर्नामेंट विश्व क्रिकेट का एक ऐतिहासिक और महत्त्वपूर्ण इवेंट था, जिसमें कई महान खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से क्रिकेट प्रेमियों का दिल जीता। इस बार इस टूर्नामेंट में कई गेंदबाजों ने अपनी प्रभावी गेंदबाजी से शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें से कुछ ने तो अवॉर्ड्स भी हासिल किए, जबकि कुछ सिर्फ चूक गए।

इनमें से एक प्रमुख अवॉर्ड था ‘गोल्डन बॉल अवॉर्ड’, जो टूर्नामेंट के सबसे बेहतरीन गेंदबाज को दिया जाता है। इस बार यह अवॉर्ड न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज मैट हेनरी ने अपने नाम किया। हालांकि, भारतीय टीम के गेंदबाज मोहम्मद शमी और वरुण चक्रवर्ती ने इस अवॉर्ड को हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन वे इसे चूक गए और इस अवॉर्ड की दौड़ में दूसरे स्थान पर रहे।

यह लेख इस अवॉर्ड की दौड़, प्रमुख गेंदबाजों के प्रदर्शन, और टूर्नामेंट के दौरान उनके योगदान की विस्तृत चर्चा करेगा।

1. मैट हेनरी: गोल्डन बॉल अवॉर्ड का हकदार

मैट हेनरी न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज हैं, जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में अपने शानदार प्रदर्शन से सभी को चौंका दिया। उन्होंने टूर्नामेंट के 9वें सीज़न में चार मैचों में कुल 10 विकेट अपने नाम किए। उनकी गेंदबाजी में खास बात यह रही कि उन्होंने एक बार पांच विकेट हॉल (फाइफर) लिया, जो एक अत्यधिक प्रभावी प्रदर्शन था। उनका सटीक और तेज बॉलिंग खेल, खासकर पावरप्ले में, उनकी टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित हुआ।

हेनरी का प्रदर्शन इस टूर्नामेंट में अन्य गेंदबाजों से कहीं ज्यादा बेहतर रहा। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन पांच विकेट हॉल के रूप में सामने आया, जो कि किसी भी गेंदबाज के लिए एक शानदार उपलब्धि मानी जाती है। उनके प्रदर्शन ने न केवल न्यूजीलैंड की टीम को मजबूती दी, बल्कि उन्होंने अपनी गेंदबाजी से इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड को भी जीता।

2. मोहम्मद शमी और वरुण चक्रवर्ती: चूक गए गोल्डन बॉल अवॉर्ड से

मोहम्मद शमी: भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने भी इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और गोल्डन बॉल अवॉर्ड के लिए अपने नाम की दावेदारी पेश की। उन्होंने टूर्नामेंट में 9 विकेट हासिल किए, जिनमें से एक मैच में उन्होंने पांच विकेट लिए। शमी का आक्रमक गेंदबाजी शैली और उनकी गेंदों की सटीकता ने भारतीय टीम को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाईं। उनका बॉलिंग स्पेल अक्सर मैच का रुख पलटने वाला होता था, और उन्होंने अपनी स्विंग गेंदबाजी से कई बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा।

वरुण चक्रवर्ती: भारतीय स्पिन गेंदबाज वरुण चक्रवर्ती ने भी इस टूर्नामेंट में जबरदस्त प्रदर्शन किया। उन्होंने 9 विकेट हासिल किए, जिसमें एक मैच में पांच विकेट शामिल थे। चक्रवर्ती की गेंदबाजी में विविधता और उनका अप्रत्याशित बॉलिंग एक्शन उनके लिए बहुत प्रभावी साबित हुआ। उनकी स्पिन गेंदबाजी ने विपक्षी टीमों को परेशान किया, लेकिन उनके पास गोल्डन बॉल अवॉर्ड जीतने का मौका नहीं था, क्योंकि हेनरी का प्रदर्शन उनसे ज्यादा बेहतर रहा। चक्रवर्ती का मुकाबला कई बार न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज हेनरी से था, और इस बार हेनरी ने बाजी मारी।

3. मिचेल सैंटनर: न्यूजीलैंड के कप्तान का कमाल

न्यूजीलैंड के कप्तान मिचेल सैंटनर ने भी इस टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपनी टीम के लिए महत्वपूर्ण विकेट हासिल किए। उन्होंने 8 विकेट अपने नाम किए, और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 3/34 रहा। सैंटनर के प्रदर्शन ने न्यूजीलैंड को कड़ी प्रतियोगिता में मजबूत बनाए रखा, और उनके कप्तानी कौशल ने टीम को कई मैचों में शानदार दिशा दी। सैंटनर की गेंदबाजी में नियंत्रण और सटीकता थी, जो उनके प्रदर्शन को और अधिक प्रभावी बनाती थी। हालांकि वे गोल्डन बॉल अवॉर्ड जीतने में सफल नहीं हो पाए, लेकिन उनका प्रदर्शन बहुत सराहनीय था।

4. कुलदीप यादव: भारतीय स्पिन का सितारा

भारतीय टीम के स्पिन गेंदबाज कुलदीप यादव ने भी इस टूर्नामेंट में अपनी गेंदबाजी से कई विपक्षी टीमों को परेशान किया। उन्होंने पांच मैचों में 7 विकेट अपने नाम किए, और उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 40 रन पर 3 विकेट था। कुलदीप यादव का यह प्रदर्शन शानदार था और उनके नियंत्रण और स्पिन ने विपक्षी बल्लेबाजों को परेशान किया। हालांकि, वे गोल्डन बॉल अवॉर्ड की दौड़ में तीसरे स्थान पर रहे, लेकिन उनका प्रदर्शन भारतीय क्रिकेट के लिए बहुत महत्वपूर्ण था। कुलदीप की गेंदबाजी से भारतीय टीम को कई मैचों में जीत मिली और उनकी साझेदारी ने भारतीय स्पिन आक्रमण को मजबूती दी।

5. अफगानिस्तान के अजमतुल्लाह उमरजई और बेन ड्वार्शुइस: शानदार प्रदर्शन

अफगानिस्तान के गेंदबाज अजमतुल्लाह उमरजई और बेन ड्वार्शुइस ने भी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में 7-7 विकेट हासिल किए। उनकी गेंदबाजी के कुछ शानदार पल थे, जो उनके टीम के लिए महत्वपूर्ण थे। उमरजई और ड्वार्शुइस दोनों ने अपने देशों के लिए महत्वपूर्ण विकेट चटकाए और विपक्षी टीमों पर दबाव बनाया। इन दोनों गेंदबाजों ने अपनी टीम के लिए मजबूत प्रदर्शन किया, हालांकि उनका नाम इस बार गोल्डन बॉल अवॉर्ड की सूची में सबसे ऊपर नहीं था।

6. न्यूजीलैंड और भारत के गेंदबाजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा

चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारत और न्यूजीलैंड के गेंदबाजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। न्यूजीलैंड के गेंदबाज हेनरी ने अपनी टीम के लिए सबसे अधिक विकेट हासिल किए, वहीं भारतीय गेंदबाजों ने भी अपनी गेंदबाजी से प्रभाव डाला। शमी, चक्रवर्ती, कुलदीप और सैंटनर ने अपनी गेंदबाजी से कई मैचों में अपनी टीम को विजयी बनाया। इन गेंदबाजों के बीच का अंतर मुख्य रूप से उनके गेंदबाजी शैलियों, विकेटों की संख्या और उनके प्रदर्शन के दौरान किए गए महत्वपूर्ण योगदान पर आधारित था।

7. निष्कर्ष: एक यादगार टूर्नामेंट

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का यह टूर्नामेंट भारतीय और न्यूजीलैंड क्रिकेट के लिए एक ऐतिहासिक दौर रहा। जहां एक ओर न्यूजीलैंड के गेंदबाज मैट हेनरी ने गोल्डन बॉल अवॉर्ड जीता, वहीं भारतीय गेंदबाजों ने भी अपनी टीम को कई मैचों में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस टूर्नामेंट में गेंदबाजों का प्रदर्शन दर्शाता है कि क्रिकेट में जीत का अहम हिस्सा गेंदबाजी होती है। हेनरी, शमी, चक्रवर्ती, कुलदीप और सैंटनर जैसे गेंदबाजों ने अपनी टीमों को ऐतिहासिक जीत दिलाई और टूर्नामेंट को यादगार बना दिया।

यह टूर्नामेंट सिर्फ खिलाड़ियों के व्यक्तिगत प्रदर्शन के बारे में नहीं था, बल्कि यह एक टीम के रूप में क्रिकेट खेलने की क्षमता को भी दिखाता है। गोल्डन बॉल अवॉर्ड की दौड़ में छिटकने वाले गेंदबाजों ने अपनी टीम के लिए जो योगदान दिया, वह लंबे समय तक याद रखा जाएगा।


यह लेख चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के प्रमुख गेंदबाजों के प्रदर्शन को दर्शाता है, साथ ही उनकी कड़ी मेहनत और संघर्ष को भी उजागर करता है।

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