
पूर्व मुख्यमंत्री – समाजवादी पार्टी प्रमुख श्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी का घोषणापत्र जारी किया। समाजवादी पार्टी का घोषणापत्र लॉन्च करते हुए पार्टी के मुखिया श्री अखिलेश यादव ने कहा कि हमने अपने विजन डॉक्यूमेंट को ‘जनता का मांग पत्र- हमारा अधिकार’ नाम दिया है। इस विज़न डॉक्यूमेंट में मुख्य मांगें हैं – संविधान की रक्षा का अधिकार, लोकतंत्र की रक्षा का अधिकार, मीडिया की स्वतंत्रता का अधिकार और देश के विकास के लिए सामाजिक न्याय का अधिकार आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के बिना समावेशी विकास संभव नहीं है। जातीय जनगणना देश के विकास की धुरी है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि विजन डॉक्यूमेंट में कहा गया है- जाति जनगणना में देरी नहीं होनी चाहिए। हम 2025 तक जाति जनगणना कराएंगे और उसके आधार पर 2029 तक सभी के लिए न्याय और भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को सभी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी और उसकी गणना भी स्वामीनाथन फार्मूले के आधार पर की जाएगी। घोषणापत्र के मुताबिक अर्धसैनिक कर्मियों सहित सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) शुरू की जाएगी। अग्निवीर नीति को समाप्त किया जाएगा और सशस्त्र बलों में फिर से नियमित भर्तियां की जाएंगी।
मुख्य घोषणाएँ
- समाजवादी पार्टी ने कहा कि वह 2025 तक जाति जनगणना कराएगी और उसके आधार पर 2029 तक सभी के लिए न्याय और भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी.
- समाजवादी पार्टी ‘अग्निपथ’ योजना को समाप्त कर सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती शुरू करेगी।
- किसानों को सभी फसलों पर एमएसपी की कानूनी गारंटी, जिसकी गणना स्वामीनाथन फार्मूले के आधार पर की जाएगी।
- अर्धसैनिक कर्मियों सहित सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) शुरू की जाएगी।
- केजी से पीजी कक्षाओं तक लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा।




श्री अखिलेश यादव एक प्रमुख भारतीय राजनेता हैं और उत्तर प्रदेश, भारत में समाजवादी पार्टी के महत्वपूर्ण नेता हैं। वे मुलायम सिंह यादव के पुत्र हैं, जो समाजवादी पार्टी के संस्थापक हैं, और 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया।
श्री अखिलेश यादव की मुख्यमंत्री काल में कई विकासात्मक पहलों का संचालन हुआ, जैसे कि विभिन्न आधारभूत संरचनात्मक परियोजनाओं का शुभारंभ, शिक्षा में सुधार, और राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने की पहल। उन्हें कई पहलों का सम्मान भी मिला, जैसे कि “लैपटॉप वितरण योजना”, “समाजवादी पेंशन योजना” और “मुफ्त स्मार्टफोन वितरण योजना”।
श्री अखिलेश यादव की नेतृत्व में समाजवादी पार्टी को आधुनिकीकरण करने और इसे और अधिक समावेशी बनाने की कोशिशें देखी गई हैं, विशेषकर युवा बोध के माध्यम से और प्रगतिशील सामाजिक नीतियों को बढ़ावा देने के माध्यम से।
श्री अखिलेश यादव की नेतृत्व में कई विवाद और आलोचनाओं के साथ उनके कार्यकाल गुजरे हैं, जैसे कि प्रशासन में अक्षमता के आरोप और कानून और व्यवस्था से संबंधित मुद्दों।
राजनीतिक स्तर पर उनकी गतिविधियों में अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय रूप से भारतीय राजनीति में भागीदारी की है, अक्सर क्षेत्रीय हितों के प्रचार-प्रसार में संलग्न रहते हैं और विभिन्न राष्ट्रीय मुद्दों पर चर्चा करते हैं।
