साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के पूर्व प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के बेटे करण को उत्तर प्रदेश की कैसरगंज सीट से लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार चुनने पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गुरुवार को निशाना साधा और कहा कि इस फैसले से देश की बेटियों की हार हुई है।
साक्षी ने कहा, ‘‘गिरफ्तारी छोड़िए, आज उनके बेटे को टिकट देकर आपने देश की करोड़ों बेटियों का मनोबल तोड़ दिया है।
साक्षी, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट सहित शीर्ष पहलवानों ने बृज भूषण पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था और उनकी गिरफ्तारी की मांग को लेकर महीनों तक जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन किया था। बृजभूषण कैसरगंज से मौजूदा सांसद हैं और अब उनके बेटे को इस सीट से भाजपा का टिकट मिलने से प्रदर्शनकारी पहलवानों में नाराजगी है।
साक्षी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा, ‘‘देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया।’’ पिछले साल कुश्ती को अलविदा कहने वाली रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी ने कहा कि पहलवानों की न्याय की मांग पर ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी ने अपना करियर दांव पर लगाया, कई दिनों तक धूप और बारिश में सड़कों पर सोए। आज तक बृजभूषण को गिरफ्तार नहीं किया गया। हम कुछ नहीं मांग रहे थे, हम सिर्फ न्याय मांग रहे थे।’’
साक्षी ने कहा, ‘‘गिरफ्तारी छोड़िए, आज उनके बेटे को टिकट देकर आपने देश की करोड़ों बेटियों का मनोबल तोड़ दिया है।
बता दें, यूपी की कैसरगंज लोकसभा सीट पर लंबे समय से सस्पेंस बना हुआ था। भाजपा ने गुरुवार को इस सीट पर बृजभूषण शरण सिंह का टिकट काटकर उनके बेटे करण भूषण सिंह को प्रत्याशी घोषित कर दिया, लेकिन भाजपा के इस फैसले से देश के ओलंपिक पदक विजेता खिलाड़ी नाखुश हैं। पूर्व भारतीय पहलवान और ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
“देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया”
साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा “देश की बेटियां हार गईं, बृजभूषण जीत गया। हम सबने अपना करियर दांव पर लगाया, कई दिन धूप बारिश में सड़क पर सोये। आज तक बृजभूषण को गिरफ़्तार नहीं किया गया। हम कुछ नहीं मांग रहे थे, सिर्फ़ इंसाफ़ की मांग थी। गिरफ़्तारी छोड़ो, आज उसके बेटे को टिकट देकर आपने देश की करोड़ों बेटियों का हौसला तोड़ दिया है। टिकट जाएगी तो एक ही परिवार में, क्या देश की सरकार एक आदमी के सामने इतनी कमज़ोर होती है ? प्रभु श्री राम के नाम पर सिर्फ़ वोट चाहिए, उनके दिखाए मार्ग का क्या?