यहां एक विस्तृत और व्यापक लेख प्रस्तुत किया गया है जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी पूरी मंत्रिपरिषद द्वारा महाकुंभ-2025 में किए गए विशेष आयोजन और प्रमुख घोषणाओं पर चर्चा की गई है:

महाकुंभ-2025 में मुख्यमंत्री योगी और मंत्रिपरिषद का संगम स्नान: विकास और नवाचार का संकल्प
प्रयागराज के महाकुंभ-2025 के पवित्र अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी पूरी मंत्रिपरिषद के साथ संगम में पवित्र डुबकी लगाई और गंगा पूजन किया। इस ऐतिहासिक अवसर पर उन्होंने न केवल राज्य के विकास और नवाचार को प्राथमिकता देने का संदेश दिया, बल्कि कई बड़ी घोषणाएं भी कीं, जो प्रदेश की प्रगति के नए आयाम खोलेंगी।
विशेष कैबिनेट बैठक का आयोजन
महाकुंभ-2025 में मुख्यमंत्री ने पहली बार अपनी पूरी मंत्रिपरिषद के साथ प्रयागराज में विशेष कैबिनेट बैठक आयोजित की। यह बैठक न केवल प्रतीकात्मक रूप से महाकुंभ की पवित्रता और महत्व को रेखांकित करती है, बल्कि सरकार की कार्यशैली में नई सोच और दृढ़ संकल्प का परिचय भी देती है।
बैठक में राज्य के विकास से जुड़े कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें स्वास्थ्य, शहरी बुनियादी ढांचे, शिक्षा, रोजगार, और एफडीआई निवेश जैसे विषय शामिल थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बैठक प्रदेश के भविष्य को आकार देने वाले महत्वपूर्ण निर्णयों का हिस्सा है।
मेडिकल कॉलेजों के निर्माण को मिली मंजूरी
बैठक में सबसे बड़ी घोषणाओं में से एक हाथरस, बागपत, और कासगंज में मेडिकल कॉलेजों के निर्माण को मंजूरी देना था। यह मेडिकल कॉलेज पीपीपी (सार्वजनिक-निजी भागीदारी) मॉडल के तहत बनाए जाएंगे, जो प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को एक नई दिशा देंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मेडिकल कॉलेजों के निर्माण से ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में चिकित्सा सुविधाओं में सुधार होगा और युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे। यह निर्णय राज्य सरकार के ‘स्वस्थ उत्तर प्रदेश’ के दृष्टिकोण को साकार करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
युवाओं के लिए मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट का ऐलान
राज्य के युवाओं को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री योगी ने मुफ्त स्मार्टफोन और टैबलेट देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह पहल छात्रों और युवाओं को डिजिटल शिक्षा और रोजगार के नए अवसरों के लिए तैयार करेगी।
यह योजना राज्य के डिजिटल विकास और शिक्षा को सुदृढ़ बनाने का एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके लिए बजट प्रावधान पहले से ही तैयार कर लिया गया है और इसका क्रियान्वयन जल्द ही शुरू किया जाएगा।
नगर निगम बांड जारी करने का निर्णय
प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगमों के लिए नगर निगम बांड जारी करने का निर्णय राज्य के शहरी बुनियादी ढांचे को मजबूती प्रदान करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह निर्णय लखनऊ और गाजियाबाद में सफल बांड जारी करने के बाद लिया गया है।
इन बांडों से प्राप्त धनराशि शहरी क्षेत्रों में स्वच्छ जल, बेहतर सड़कों, और अन्य बुनियादी सुविधाओं के विकास में उपयोग की जाएगी। यह निर्णय राज्य सरकार की सतत विकास और शहरीकरण के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
एयरोस्पेस, रक्षा और रोजगार नीति 2024 पर चर्चा
बैठक में एयरोस्पेस, रक्षा और रोजगार नीति 2024 पर भी चर्चा हुई। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह नीति 2018 में शुरू की गई थी और अब इसे प्रदेश की बढ़ती जरूरतों के अनुरूप संशोधित किया जा रहा है।
इस नीति का उद्देश्य राज्य में रक्षा और एयरोस्पेस उद्योग को प्रोत्साहित करना, निवेशकों को आकर्षित करना, और युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर प्रदान करना है। इसके अंतर्गत मीरजापुर और मुरादाबाद में 10,000 करोड़ रुपये के एफडीआई निवेश को बढ़ावा देने की बात कही गई।
गंगा एक्सप्रेसवे और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने गंगा एक्सप्रेसवे के विस्तार की योजना का भी खुलासा किया। यह परियोजना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जुड़ेगी और चंदौली से सोनभद्र को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ एकीकृत होगी।
उन्होंने कहा कि इन बुनियादी ढांचा परियोजनाओं से न केवल परिवहन व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि प्रदेश के आर्थिक विकास को भी गति मिलेगी। प्रयागराज में यातायात प्रबंधन और शहरीकरण से जुड़ी चुनौतियों का समाधान करने के लिए भी विशेष योजनाएं बनाई जा रही हैं।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में प्रदेश का विकास
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर है। उन्होंने लखनऊ और रायबरेली को प्रयागराज से जोड़ने के प्रयासों का उल्लेख किया और कहा कि इन योजनाओं से राज्य में सामाजिक और आर्थिक संतुलन स्थापित होगा।
महाकुंभ में मुख्यमंत्री की अपील
मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में उपस्थित सभी श्रद्धालुओं, संतों, और पर्यटकों का स्वागत किया और गंगा की पवित्रता और स्वच्छता बनाए रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “गंगा केवल एक नदी नहीं, बल्कि हमारी संस्कृति, सभ्यता और जीवन का प्रतीक है। इसे स्वच्छ और संरक्षित रखना हम सभी का कर्तव्य है।”
प्रयागराज का ऐतिहासिक महाकुंभ
महाकुंभ-2025 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा की गई घोषणाएं न केवल राज्य के विकास को नई दिशा देंगी, बल्कि गंगा के महत्व और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित रखने की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करेंगी।
महाकुंभ का यह आयोजन इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगा, जहां विकास और परंपरा का अद्भुत संगम देखने को मिला। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी मंत्रिपरिषद ने अपने निर्णयों और कार्यों से यह साबित किया कि उत्तर प्रदेश न केवल भारत का सबसे बड़ा राज्य है, बल्कि विकास के पथ पर तेजी से अग्रसर भी है।
यह लेख महाकुंभ-2025 में मुख्यमंत्री योगी और उनकी मंत्रिपरिषद द्वारा किए गए ऐतिहासिक कार्यों और घोषणाओं को विस्तार से प्रस्तुत करता है। यह न केवल प्रदेश की प्रगति को दर्शाता है, बल्कि भविष्य की योजनाओं और प्रयासों का खाका भी पेश करता है।
